नई दिल्ली।
अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्र के बीच वाक युद्ध जारी है। पीएम मोदी ने यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी द्वारा किए गए हमलों का जवाब देते हुए महाभारत के शल्य का उदाहरण दिया था।
उनके इस बयान के बाद यशवंत सिन्हा का ताजा बयान आया है। सिन्हा ने कहा है कि मैं शल्य नहीं हूं, भीष्म हूं लेकिन अर्थव्यवस्था का चीरहरण होते नहीं देख सकता।
सिन्हा ने कहा कि आंकड़ों का खेल खतरनाक होता है। जिन आंकड़ों से आप अपनी बात साबित करेंगे उन्हीं से मैं दूसरी बात साबित कर दूंगा। इसकी बजाय जमीनी हकीकत देखिए।
केंद्र सरकार के वादों को लेकर सिन्हा ने कहा कि 2014 से लेकर अब तक हम अपने किसी वादे पर पूरी तरह खरे नहीं उतर पाए। ताली एक हाथ से नहीं बजती। जब जनता के सामने जाएंगे तो इसका जवाब देना होगा।
बता दें कि पीएम मोदी ने बुधवार को अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वालों की तुलना महाभारत के पात्र शल्य से की थी। पीएम ने कहा था कि कुछ लोग शल्य प्रवृत्ति के हैं जिनका काम केवल निरशा फैलाना है। हमें ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी।
इसके जवाब में सिन्हा बोले कि महाभारत में कई चरित्र थे जिनमें शल्य के अलावा भीष्म भी थे। भीष्म ने दरबार में द्रोपदी का चीरहरण होते देखा और कुछ नहीं कर पाए लेकिन मैं अर्थव्यवस्था का चीरहरण नहीं होने दूंगा।