नई दिल्ली।
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन कर विपक्ष के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले नीतीश कुमार अप उपराष्ट्रपति चुनाव में भी झटका दे सकते हैं।
खबरों के अनुसार उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली में मंगलवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है जिसमें नीतीश के शामिल होने की सभावना कम ही है क्योंकि उसी दिन नीतीश ने अपने विधायकों की बैठक बुला ली है।
इस मामले में बयान देते हुए जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि 11 जुलाई की बैठक पहले से ही निर्धारित है जिसमें सभी जिलाध्यक्ष, पदाधिकारी और अन्य सदस्य शामिल होंगे। इसकी अध्यक्षता नीतीश कुमार करेंगे।
जानकारी के अनुसार जदयू की यह बैठक पहले 10 जुलाई को होनी थी लेकिन इसे आगे बढ़ाकर 11 जुलाई कर दिया गया है। नीतीश के इस कदम को विपक्षी दलों को झटका माना जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश इस बार भी विपक्षी दलों से अपनी राह अलग कर सकते हैं।