लंदन |
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटिश कोर्ट में दो हफ्ते तक होनेवाली सुनवाई 4 दिसंबर से शुरू हो जाएगी। वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेट की अदालत को बताया गया कि भारत सरकार ने मुकदमे से जुड़े सारे साक्ष्य जमा करा दिए हैं और क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने इनकी समीक्षा भी कर ली है। इसी जानकारी पर अदालत ने सुनवाई की तारीख तय कर दी।
चीफ मैजिस्ट्रेट एमा अर्बथनट ने सीपीएस को जुलाई के आखिर तक सभी 2,000 पन्नों के साक्ष्य की समीक्षा करने का निर्देश दिया। माल्या का पक्ष रखनेवाले बेन वाटसन ने कहा, ‘हमारे पास अब 2,000 से ज्यादा पन्नों का दस्तावेज है। अभी यह अच्छी तरह से स्पष्ट नहीं है कि क्या ये सारे दस्तावेज काम के हैं। अगर हमें इस महीने के आखिर तक एक ओपनिंग नोट हाथ लग जाए तो हमें बड़ी मदद मिल जाएगी।’