बंगलुरु।
बंगलुरु मेट्रो के स्टाफ और कर्नाटक स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारियों के बाद मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल ने आम लोगों की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। शहर में हर रोज हजारों यात्री मेट्रो से आना जाना करते हैं लेकिन शुक्रवार की सुबह हड़ताल के चलते शहर में मेट्रो बंद रही।
राज्य में मेट्रो परिचालन 5 बजे सुबह शुरू हो जाती है, लेकिन बंद के कारण आज उसे शुरू नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) के कर्मचारियों की तरफ से किया जा रहा है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वसंत राव ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा कि, “मेट्रो के स्टाफ और कर्नाटक स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारियों के बीच गुरुवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था जिसमें कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। मेट्रो के कर्मचारियों ने इसके बाद अपने साथियों की रिहाई की मांग को लेकर ये हड़ताल शुरू कर दी और ये निर्णय किया कि तब तक उनकी रिहाई नहीं होगी वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।” राव ने कहा, “हम समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं और हम ट्रेनों के परिचालन को भी जल्द ही शुरू कर देंगे।”
नियमित रुप से सभी दिशाओं से पहला ट्रेन परिचालन सूबह पांच बजे शुरू होता है। लगभग 3 लाख यात्री राज्य में चलने वाले ‘नम्मा मेट्रो’ पर निर्भर रहते हैं जिसकी नेटवर्क स्पीड शहर में 42 किमी प्रति घंटा है।
बंगलुरु। बंगलुरु मेट्रो के स्टाफ और कर्नाटक स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारियों के बाद मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल ने आम लोगों की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। शहर में हर रोज हजारों यात्री मेट्रो से आना जाना करते हैं लेकिन शुक्रवार की सुबह हड़ताल के चलते शहर में मेट्रो बंद रही। राज्य में मेट्रो परिचालन 5 बजे सुबह शुरू हो जाती है, लेकिन बंद के कारण आज उसे शुरू नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) के कर्मचारियों की तरफ से किया जा रहा है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वसंत राव ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा कि, “मेट्रो के स्टाफ और कर्नाटक स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारियों के बीच गुरुवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था जिसमें कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। मेट्रो के कर्मचारियों ने इसके बाद अपने साथियों की रिहाई की मांग को लेकर ये हड़ताल शुरू कर दी और ये निर्णय किया कि तब तक उनकी रिहाई नहीं होगी वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।” राव ने कहा, “हम समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं और हम ट्रेनों के परिचालन को भी जल्द ही शुरू कर देंगे।” नियमित रुप से सभी दिशाओं से पहला ट्रेन परिचालन सूबह पांच बजे शुरू होता है। लगभग 3 लाख यात्री राज्य में चलने वाले ‘नम्मा मेट्रो’ पर निर्भर रहते हैं जिसकी नेटवर्क स्पीड शहर में 42 किमी प्रति घंटा है।