नोएडा |
राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल के निर्माण में बड़ा घोटाला सामने आया है। शासन के ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि सिर्फ 84 करोड़ का एमओयू साइन कर लगभग एक हजार करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। निर्माण कार्य पूरा होने के छह साल बाद भी अथॉरिटी के पास इन कार्यों का कोई बाउचर या बिल मौजूद नहीं है। यह रकम किसके आदेश पर खर्च की गई इसका कोई लिखित दस्तावेज अथॉरिटी के रेकॉर्ड में मौजूद ही नहीं है। यह कार्य यूपी राजकीय निर्माण निगम ने किया था।
बिल या बाउचर नहीं है
नोएडा अथॉरिटी के अफसर एमओयू की लिमिट से बाहर जाकर यूपी राजकीय निर्माण निगम को राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल के निर्माण के लिए रकम देते रहे। 2012 में तत्कालीन चीफ प्रॉजेक्ट इंजिनियर की तरफ से दी गई रिपोर्ट के अनुसार 679 करोड़ रुपये का खर्च 2009-10 तक था। इसके कोई भी बिल या बाउचर अथॉरिटी को नहीं मिले। अखिलेश सरकार के कार्यकाल में जब इसकी ऑडिट हुई तब भी यह तस्वीर साफ थी कि पत्थर ढुलाई में पहले पत्थर चुनार (मिर्जापुर) से राजस्थान के बयाना आए, इसके बाद उन्हें नोएडा लाया गया, जो खर्च हुआ वह नोएडा अथॉरिटी के खजाने से हुआ।