मुंबई।
बायकुला जेल में महिला कैदी मंजुला की मौत के बाद हुए दंगे के बारे में जेल अधिकारियों ने नया खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, जेल अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच को बताया कि इंद्राणी मुखर्जी ने जेल के दूसरे कैदियों को पानी में मिर्च और अचार पाउडर मिलाने के लिए कहा था, ताकि दंगे के दौरान जेल स्टाफ पर उसे फेंका जा सके।
अधिकारियों का दावा है कि इंद्राणी ने महिला कैदियों से कहा था कि वे अखबारों और जेल के अन्य उपकरणों को जला दें। सूत्रों ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच में क्राइम ब्रांच को बताया गया था कि इंद्राणी ने कथिततौर पर अन्य कैदियों को कई और निर्देश दिए थे।
इनमें से एक यह था कि मंजुला की मौत को लेकर बड़ा विरोध किया जाए और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जाए। जेल में इन घोषणाओं को बारे में जानकारी देने के लिए उसने माइक्रोफोन छीन लिया था।
इस आंदोलन के बाद इंद्राणी ने नागपाड़ा पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें इंद्राणी ने आरोप लगाया था कि जेल अधीक्षक ने उसे धमकी दी थी और पीटा था।
जेजे अस्पताल का एक डॉक्टर 24 जून को उसकी जांच के लिए जेल में आया था और उसे इंद्रणी के शरीर में कोई चोट नहीं मिली थी। हालांकि, मुखर्जी के वकील ने अदालत में जाकर इस हमले की मेडिकल जांच की मांग की थी।