लखनऊ |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करने का संकल्प दोहराते हुए कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य कानून का राज स्थापित कर रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराना है। योगी ने कहा कि सफलतापूर्वक 100 दिन पूरे होने के बाद अब उनकी सरकार युवाओं को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत ढांचे और तीव्र औद्योगिक विकास के साथ-साथ प्रशासन में भ्रष्टाचार को दूर करने और कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर करके पुलिस के प्रति जनता में विश्वास जगाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने शाम बताया कि प्रदेश में 15 वर्षों के कुशासन के कारण विकास के जो कार्य ठप्प पड़ गए थे उनको सरकार ने गति दी है और वर्षों से भ्रष्टाचार से त्रस्त प्रशासनिक-ढांचे को चुस्त-दुरूस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को दायित्वपूर्ण कार्यबोध कराते हुए सरकार की मंशा से अवगत करा दिया गया है ताकि वे समयबद्ध ढंग से निष्ठापूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन करें। इसी क्रम में पुलिस और प्रशासन में स्थानान्तरण के द्वारा बड़े फेरबदल किए गए हैं।
योगी ने कहा कि ऐसे अधिकारी चिन्हित किए गए हैं जो समय पर काम को पूरा कराने में असफल रहे हैं ऐसे तमाम अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है और उन्हें महत्वपूर्ण दायित्वों से हटाकर अन्यत्र तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी एवं कर्मचारी जनता के प्रति संवेदनशील नहीं होंगे वह बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप तीव्र गति से विकास के साथ-साथ प्रदेश को आधुनिकता की ओर ले जाने में उनकी सरकार तेजी से कार्य कर रही है, जिसमें स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ-साथ वाराणसी, कानपुर व आगरा को पहले ही चयनित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयास से झांसी, अलीगढ़ एवं इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया है। मेरठ, सहारनपुर, रामपुर, गाजियाबाद और रायबरेली को भी इस मिशन में सम्मलित कराने के लिए गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीव्र गति की शहरी परिवहन सेवा विकास का एक महत्वपूर्ण मानक है, जिसके तहत लखनऊ मेट्रो रेल का संचालन शीघ्र प्रारम्भ हो जाएगा। इसके अलावा इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर तथा झांसी में मेट्रो रेल परियोजना की संस्तुति की गई है।