कोलकाता।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बार फिर से सांप्रदायिक हिंसा भड़की है। इसके बाद मंगलवार को भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया। राज्यपाल ने इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन कर सवाल पूछे तो ममता ने राज्यपाल पर ही गंभीर आरोप लगा दिए।
मुख्यमंत्री ने बकायदा संवाददाता सम्मेलन बुलाकर कहा कि राज्यपाल जिस भाषा में उनसे बात कर रहे थे, उससे ऐसा लग रहा था कि वे राज्यपाल नहीं, भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष हों। उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने तक की सोच ली थी। ममता ने कहा कि वह राज्यपाल की दया पर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठी हैं। वह निर्वाचित हैं जबकि राज्यपाल केंद्र से मनोनीत हैं।
राज्यपाल उन्हें धमका नहीं सकते। उन्होंने यह बात राज्यपाल को भी कही है। वह यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जीवन में कभी इतना अपमान नहीं सहना पड़ा। उन्हें पद का कोई लालच नहीं है। ज्ञात हो कि राज्य के सियासी इतिहास में यह पहली घटना है जब मुख्यमंत्री ने राज्यपाल पर इस तरह मीडिया के समक्ष हमला बोला हो।