इस्लामाबाद |
पाकिस्तान में बैठे अंतर्राष्ट्रीय आतंकी सैयद सलाहुद्दीन को UNSC की प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल करने के लिए भारतीय सुरक्षा एजैंसियों ने प्रयास तेज कर दिए हैं। अमरीका द्वारा सलाहुद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के बाद भारतीय एजैसियों ने अब सलाहुद्दीन पर शिकंजा कसने के लिए उसको संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल करने के लिए डिप्लोमैटिक चैनल से काम शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक 2014 में सलाहुद्दीन पर तैयार किए गए अनुरोध को NIA एक बार फिर से UNSC में प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल करने के लिए डिप्लोमैटिक चैनल से भेजेगा। सलाहुद्दीन को अमरीका द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के बाद भारत UNSC resolution 1267 के तहत कदम बढ़ा रहा है।सूत्रों के मुताबिक़ सलाहुद्दीन यूनाइटेड जेहाद कॉउंसिल का चेयरमैन है, जिसमें लश्कर, जैश, अल कायदा जैसे एक दर्जन आतंकी संगठन शामिल हैं और भारत इस बात को UNSC में रखेगा।
बता दें कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी के अमरीकी दौरे से पहले अमरीकी ने सलाहुद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया था। आतंकी सलाउद्दीन ने हाल में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘हम आतंकवादी नहीं हैं।हमारा संघर्ष भारत से आजादी के लिए है और कश्मीर की कथित आजादी के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा।पाकिस्तानी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कबूला है कि उसने भारत में हमले कराए हैं।साथ ही कहा है कि आज भी वो भारत में कहीं भी हमला करा सकता है। सलाहुद्दीन ने बताया कि अमरीकी बैन से उस पर कोई असर नहीं पड़ा है और वो आज भी इंटरनेशनल मार्केट से हथियार खरीद सकता है. इस इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने ये भी कबूला कि पाकिस्तान से हिज्बुल मुजाहिद्दीन को फंडिंग मिलती है ।