भोपाल।
राज्य सरकार के नर्मदा बेसिन में पौधरोपण कार्यक्रम को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की खुद का ब्रांडिंग प्रोग्राम बताया है। सांसद कमलनाथ ने कहा कि इसमें खर्च की गई राशि अगर किसानों के कर्ज राहत में इस्तेमाल करते तो प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का रिकॉर्ड नहीं बनता। वहीं, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इसे नमामि नर्मदे सेवा यात्रा के बाद जनता के साथ एक और धोखा बताया।
कमलनाथ ने कहा कि पौधरोपण पर करोड़ों रुपए खर्च किया गया। सरकार पौधरोपण के रिकॉर्ड बनाने में जितनी मुस्तैद दिखाई दी, उतनी ही नाकाम किसानों की आत्महत्या के रिकॉर्ड को रोकने में नजर आई। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि पौधरोपण मुख्यमंत्री की ब्रांडिंग प्रोग्राम रहा है, जिसमें सरकार का ध्यान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने में विशेष रूप से रहा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि नर्मदा बेसिन में किए गए पौधरोपण में सरकार ने भ्रष्टाचार का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। पौधों के रखरखाव के नाम पर मुख्यमंत्री की ब्रांडिंग के लिए मनरेगा मद से भी 860 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जबकि छह महीने में ये पौधे जीवित ही नहीं बचेंगे। नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के बाद सरकार पौधरोपण में प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है। सिंह ने कहा कि जिन पौधों को इसमें लगाया गया है, उनसे नदी का संरक्षण नहीं होगा, क्योंकि मानक पौधे नहीं लगाए जा रहे हैं।
बस सरकार 700 करोड़ रुपए खर्च कर जश्न मना रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वृक्ष मित्र बनाकर पौधों की रक्षा की बात कही जा रही है और वृक्ष मित्र आरएसएस प्रचारकों को बनाया जा रहा है। इन्हें मजदूरी बताकर मनरेगा की राशि दी जाएगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में 11 अनुसंधान केंद्र और जितनी सरकारी नर्सरी हैं, उनसे एक दिन में छह करोड़ पौधे एकत्रित किए ही नहीं जा सकते।