नई दिल्ली |
बैंक्विट हॉल और फार्म हाउसों में होने वाली शादियों में घुसकर नोटों और जूलरी से भरे बैगों पर हाथ साफ करने वाले ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग के मास्टरमाइंड को पुलिस ने धर दबोचा है। वह बच्चों से यह अपराध करवाता था। इन बच्चों को वह मध्य प्रदेश के कुछ गांवों से 2 से 10 लाख रुपये की कीमत पर 6 महीने से एक साल तक के लिए लाता था।
पुलिस के अनुसार, ‘बच्चों को लाने के बाद वह फिर उन्हें दिल्ली-एनसीआर की उन बारातों में भेजता था, जहां बिना कार्ड के एंट्री होती थी। ये बच्चे बरात में उस शख्स को टारगेट करते थे, जिसे बरात में आने वाले शगुन या दूसरी चीजें देते थे या जिसके पास नोट और जूलरी आदि से भरा बैग होता था। जैसे ही इन्हें मौका मिलता, वैसे ही बच्चों के माध्यम से उस बैग को उड़ा लेते थे।’ कापसहेड़ा थाना इलाके में हुई ऐसी ही एक घटना को सुलझा लिया गया है। उसकी निशानदेही पर चार लाख नकद, एक महंगी घड़ी और लाखों की जूलरी बरामद की गई है।
साउथ-वेस्ट जिले के डीसीपी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम राका है। 32 साल का राका राजगढ़, मध्य प्रदेश का रहने वाला है। उसके गैंग में नीरज और कुलजीत समेत कुछ और सदस्य हैं। इनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 9 से 15 साल के बीच है।