इंदौर।
देशभर की 25 से ज्यादा बैंकों को 2650 करोड़ रुपए की चपत लगाने वाले आरोपी विजय चौधरी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को विशेष न्यायालय में चालान पेश कर दिया। यह चालान पांच बैंकों में आरोपी द्वारा किए गए 966 करोड़ रुपए के घोटाले में पेश हुआ है। 11 वॉल्यूम में पेश इस चालान को ईडी ने करीब साढ़े चार हजार पन्नों में समेटा है। चौधरी को जेल से पेश किया गया था। कोर्ट ने उसे 4 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में वापस जेल भेज दिया।
ईडी ने चौधरी को मुंबई सीबीआई ऑफिस के बाहर से 2 मई 2017 को हिरासत में लिया था। उस पर देशभर की दो दर्जन से अधिक बैंकों को 2650 करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगाने का आरोप है। फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए उसने फर्जी कंपनियां बनाईं और कई विदेशी कंपनियों के डिजिटल हस्ताक्षर भी इस्तेमाल किए। शुक्रवार को ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर सुमित बिल्लौरे और विशेष लोक अभियोजक प्रसन्ना प्रसाद ने चौधरी के खिलाफ पांच बैंकों में किए 966 करोड़ के घोटाले में चालान पेश किया।
उसके खिलाफ धारा 45 के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी। शुक्रवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3, 4 के तहत चालान पेश किया। चालान में दर्जनों गवाहों के बयान हैं। इनमें बैंकों के मैनेजर और कर्मचारियों के अलावा संपत्तियों के ट्रांसफर से जुड़े लोग शामिल हैं।