मुंबई |
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के चेयरपर्सन पहलाज निहलानी ने वादा किया था कि अगर इम्तियाज अली की फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ में ‘इंटरकोर्स’ शब्द के इस्तेमाल को जायज़ ठहराने के लिए उन्हें 1 लाख वोट मिल गए तो वह उसे क्लियर कर देंगे।
23 जून को मिरर नाउ से बात करते हुए निहलानी ने यह वादा किया था। चैनल ने इस मुद्दे पर पोल करवाया और 1 लाख 20 हजार वोट इकट्ठे कर लिए। लेकिन जब निहलानी से इस बाबत संपर्क किया गया तो उन्होंने न सिर्फ कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, बल्कि यह मानने से ही पीछे हट गए कि उन्होंने ऐसा कोई वादा किया था।
शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा स्टारर ‘जब हैरी मेट सेजल’ उस वक्त कॉन्ट्रोवर्सी में फंस गई जब निहलानी ने ‘A’ सर्टिफिकेट ना पाने वाली इस फिल्म में इंटरकोर्स शब्द को पास करने से इनकार कर दिया। मिरर नाउ से इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, कि इस शब्द के इस्तेमाल होने से फिल्म देखने आए पारिवारिक लोग असहज हो जाएंगे और बच्चे इस बाबत जिज्ञासु होकर सवाल पूछेंगे। इसी मसले पर आगे मिरर नाउ की रिपोर्टर हिमांशी चौधरी ने निहलानी से बात की और तब उन्होंने यह चैलेंज सामने रखा।