नई दिल्ली |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी में बहुत संभावनाएं हैं लेकिन अपना प्रचार करने के लिए इसे आधे अधूरे स्वरूप में जल्दबाजी में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की तरह ही जीएसटी को एक अक्षम और असंवेदनशील सरकार द्वारा संस्थागत तैयारी के बगैर लागू किया जा रहा है। भारत में एेसे जीएसटी को लाए जाने की जरूरत है जो करोड़ों नागरिकों, छोटे व्यवसायियों और कारोबारियों को इतनी चिंता में नहीं डाले।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) लागू किए जाने को लेकर आयोजित किए जा रहे समारोह के औचित्य पर सवाल उठाते हुए आज कहा कि यह महज एक कर प्रणाली है और संसद के केंद्रीय कक्ष में इसको लेकर जश्न मनाने का कोई औचित्य नहीं है। शर्मा ने यहां संवाददाताओं के सवाल पर कहा कि कांग्रेस जीएसटी का विरोध नहीं करती है क्योंकि यह उसी की संकल्पना का परिणाम है लेकिन इसे लेकर जो तमाशा किया जा रहा है पार्टी को उसपर ऐतराज है।