नई दिल्ली |
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने गौरक्षकों पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसा और आंतक फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नसीहत का भी इन पर कोई असर नहीं हो रहा है।
अपनी बेबाकी और तीखे बयानों के लिए पहचाने जाने वाले ओवैसी की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री के गौरक्षा और गौभक्ति के नाम पर भीड़ द्वारा लोगों के मारे जाने पर आज जताई गई गहरी नाराजगी पर आई है। मोदी ने साबरमती आश्रम के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में गुस्से में कहा कि इंसानों को मारना गौभक्ति नहीं है। गौभक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी। महात्मा गांधी आज होते तो इसके खिलाफ होते।
ओवैसी ने एक निजी टीवी चैनल से साक्षात्कार में कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि प्रधानमंत्री ने आज जो कहा है उसका गौरक्षकों और उनकी अति सक्रियता पर कोई असर नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि मोदी जो कह रहे हैं उस पर अमल करवा करके भी दिखाएं क्योंकि गौरक्षकों द्वारा हिंसा की ज्यादातर घटनाएं भाजपा शासित राज्यों में ही हो रही हैं। इन राज्यों में इनलोगों को राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और भाजपा की ओर से सरंक्षण मिल रहा है। ओवैसी ने कहा कि भाजपा के शासन में इन्सान की जान की कीमत एक जानवर की जान की कीमत से भी कमतर हो गई है।