दंतेवाड़ा।
बीजापुर के गंगालूर पहाड़ी से 2009 में हेलीकाप्टर पर हमला करने वाले दंपत्ति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सली दंपति 12 साल से नक्सलियों के साथ काम कर रहे हैं। उन पर चार लाख का इनाम घोषित था। दंपति हेलीकाप्टर के प्यूल टैंक पर इंसास से निशाना साधा था। आत्मसमर्पित नक्सलियाें से और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की बात अधिकारियों ने कही है।
बीजापुर के मुढेर बांगापाल निवासी दिनेश पिता सुकलू और उसकी पत्नी मीना उर्फ लखो ने बुधवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। दिनेश मिलिट्री इंटेलिजेंसी और मीना पीडिया एलओएस की सदस्य के रुप में कार्य कर रहे है। बुधवार को नईदुनिया से चर्चा में दिनेश ने बताया कि वह वर्ष 2005 में नक्सली संगठन में शामिल होने के बाद विभिन्न् पदों पर कार्य करते कई वारदातों को अंजाम दिया है।
उसने बताया कि वर्ष 2009 में जब जवानों के लिए गंगालूर क्षेत्र में राशन लेकर हेलीकाप्टर पहाड़ के ऊपर से उड़ान भरी तो दिनेश अपनी पत्नी मीना और करीब 300 साथियों के साथ हमला किया था। चर्चा में दिनेश ने कहा कि उन्हें पहले से ही निर्देश मिले थे कि हेलीकाप्टर पहाड़ी के ऊपर से गुजरेगा। तब हेलीकाप्टर के प्यूल टैंक को निशाना बनाना है। इससे हेलीकाप्टर में आग लगेगी और वह जलकर नीचे गिर जाएगा। इस निर्देश पर पत्नी और 300 अन्य नक्सलियों के साथ वह पहाड़ी पर सुबह से डेरा डाल रखे थे।