इंदौर ।
डीआईजी साहब नाइट्रावेट बंद करवा दो। वरना गुंडे बेगुनाह व्यापारियों को ऐसे ही मारते रहेंगे। गुंडों को पकड़ भी लिया तो क्या हुआ। कुछ दिन बाद छूट कर फिर अपराध करेगा। कम से कम उसे कड़ी सजा ही दिलवा दो। पहले की पुलिस तो एनकाउंटर भी कर देती थी। अब तो मानवाधिकार आयोग से डरकर अफसर कुछ नहीं करते हैं। किराना व्यापारी अतुल काकानी हत्याकांड से गुस्साए माहेश्वरी और वैश्य समाज के पदाधिकारियों ने सोमवार को कंट्रोल रूम पर डीआईजी और एसपी को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने पुलिस गश्त पर भी सवाल खड़े किए।
गुमाश्ता नगर निवासी किराना व्यापारी काकानी को शुक्रवार सुबह उस वक्त चाकू मार दिए थे जब वे दोस्त अजय गुप्ता के साथ सिरपुर तालाब की ओर मॉर्निंग वॉक पर गए थे। बदमाश ने जांघ, कमर के नीचे और पेट में वार किए और और तीन तोले की चेन लूट कर भाग गए। गंभीर घायल काकानी ने रविवार सुबह उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
घटना से नाराज माहेश्वरी और वैश्य समाज के करीब 300 पदाधिकारी सोमवार सुबह कंट्रोल रूम पहुंचे और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की। कल्याण मंत्री (अध्यक्ष), बसंत खटोड (मंत्री), सदस्य कमल लढा, चंद्रप्रकाश हेडा, राजेश मुंगड़, रचना माहेश्वरी ने कहा कि चंदन नगर, द्वारकापुरी क्षेत्र में खुलेआम नाइट्रावेट मिलती है।
बदमाश चेन लूटने के पहले नशा करते हैं। इस पर रोक लग गई तो अपराध भी घट जाएंगे। वरना बदमाश इसी तरह हत्या करते रहेंगे। चर्चा के दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पुलिस गश्त नहीं करती। पुलिस को अपराधियों के सारे अड्डे पता है। डीआईजी ने कहा कि एक आरोपी सात दिन पहले ही जेल से छूटा था। द्वारकापुरी पुलिस उसकी तलाश में छापे मार रही थी।