भोपाल।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों को इस शैक्षणिक सत्र में भी संविदा शिक्षक मिलने की उम्मीद नहीं है। संविदा शाला शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को बोनस अंक देने के लिए तीसरी बार भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। इस पर फैसले के बाद भर्ती नियमों में बदलाव किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 4 से 5 माह लगने के आसार हैं। यानि संविदा शिक्षकों की भर्ती चुनावी साल (2018) में ही होगी। राज्य सरकार ने 2013 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले प्रदेश में संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी। भर्ती नियम तैयार करते-करते चुनाव भी हो गए। इसके बाद से सरकार दो बार नियम जारी कर चुकी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) 3 बार परीक्षा की संभावित तारीखें घोषित कर चुका है, लेकिन भर्ती नहीं हो रही।
इस बीच शिक्षकों के रिक्त पद 22 हजार से बढ़कर 41 हजार तक पहुंच गए। आखिरकार वित्त विभाग की आपत्ति के बाद कैबिनेट को 9 हजार 560 पद कम करने पड़े। अब 31 हजार 645 पदों पर भर्ती होना है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 41 हजार 218 शिक्षकों की कमी है।
75 हजार अतिथियों को साधने की कोशिश
सरकार 10 साल से सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे 75 हजार अतिथि शिक्षकों को खुश करने की कोशिश में लगी है। उन्हें संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा में बतौर बोनस 15 अंक दिए जाएंगे। यानि 100 अंक की परीक्षा में यदि 60 अंक लाना जरूरी होगा, तो अतिथि शिक्षकों को 45 अंक पर भी उत्तीर्ण माना जाएगा और वे संविदा शिक्षक बनने के लिए पात्र हो जाएंगे।