फर्रूखाबाद |
समाजवादी पार्टी(सपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि कांग्रेस-भाजपा और अन्य दलों के नेता मुलायम सिंह यादव का सम्मान करते हैं और बेटे ने सम्मान नहीं किया। ऐसे में सपा में यदि बिखराव नहीं होता तो बेटा आज दोबारा प्रदेश का मुख्यमंत्री होता।
यादव ने संवाददाताओं से कहा कि समाजवादी पार्टी की स्थिति केवल बिखराव से खराब हुई यदि एकजुटता होती तो सपा की ये हालत नहीं होती। उन्होंने कहा कि अखिलेश की हठधर्मिता के कारण सपा की यह हालत हुई। उन्होंने कहा कि अगर बेटा बाप की बात मानता तो आज प्रदेश का दोबारा मुख्यमंत्री होता। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में उपेक्षित समाज के लोगों के प्रति लगातार हो रहे अन्याय की आज कोई सुनने वाला नहीं है।
यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमें हराने की कोशिश में चापलूसों, चुगलखोरों ने पैसे खर्च किए, लेकिन यह लोग कामयाब नहीं हुए और जनता ने मुझे 53 हजार मतों से चुनाव जिता दिया। सपा नेता रामगोपाल और अमर सिंह का नाम लिए बगैर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुगलखोर और चापलूस जहां लग जाते है वे अपना काम करते हैं। सरकार में रहते हुए उन्होंने गलत काम करने वालों पर कार्रवाई कराई और जमीनों पर कब्जा करने वालों का विरोध किया। जब मैंने अपने पार्टी वालों के उत्पीड़न, गलत कार्यों के खिलाफ मामला छेड़ा था तो गलत काम करने वाले सफल हो गए लेकिन मुझे अध्यक्ष पद और मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
उन्होंने कहा कि मैं सपा कार्यकर्त्ताओं के उत्पीड़न के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूंगा। सेर्कुलर मोर्चा बनाए जाने के सवाल पर यादव ने कहा कि सेर्कुलर मोर्चा बनाए जाने की तैयारियां चल रही हैं जिसमें उपेक्षित समाजवादी लोगों को इकट्ठा करने के लिए उन्होंने हर जिले में दौरा करना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि कल कानपुर और परसो बाराबंकी में जाने के बाद अब फर्रूखाबाद में आया हूं। इससे पहले पूर्वाचल का दौरा कर चुका हूं।
आगामी जुलाई माह या दो माह में सेर्कुलर मोर्चा गठन होने की चर्चा करते हुए उन्होंने दावा किया कि इस मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेता मुलायम सिंह होंगे। हम जो भी कार्य करते हैं वह नेताजी(मुलायम सिंह यादव) के आदेश को लेकर ही करते हैं। बिना उनके फैसला लिए कोई काम नहीं करते हैं। यादव ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव राष्ट्रपति चुनाव में जिसके पक्ष में वोट देने का फैसला लेंगे। उसी के पक्ष में हमारा वोट जाएगा।