श्रीनगर |
जामिया मस्जिद के बाहर सुरक्षा में तैनात डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को शुक्रवार को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटना के बाद अब कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे और बाहर मौजूद भीड़ ने पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने शुरू कर दिए थे जिसकी अयूब विडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे। इसी के चलते भीड़ ने उन्हें खुफिया एजेंसियों का एजेंट समझते हुए उन पर हमला बोल दिया।
बताया जा रहा है कि आधी रात के वक्त मीरवाइज मस्जिद के अंदर तकरीर दे रहे थे। मस्जिद के बाहर भारी भीड़ जमा थी जिसने पाकिस्तान और अल-कायदा के आतंकवादी जाकिर मूसा के समर्थन में जोर-जोर से नारे लगाने शुरू कर दिए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस दौरान सिविल ड्रेस में ड्यूटी पर तैनात डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित नारेबाजी की विडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे। उन्हें ऐसा करते देखकर भीड़ और उग्र हो गई। अयूब को IB और RAW का एजेंट बताते हुए भीड़ उन पर टूट पड़ी। अयूब ने अपनी सर्विस पिस्टल से फायरिंग करते हुए वहां से निकलने की कोशिश की। लेकिन कुछ भी देर में भीड़ उन पर हावी हो गई।