नई दिल्ली |
मध्य प्रदेश पुलिस ने बिना बयान और गवाही के 15 मुसलमानों पर राजद्रोह का चार्ज लगा दिया। बुरहानपुर जिले के मोहाद गांव के 15 लोगों के खिलाफ पुलिस ने भारत की हार पर पटाखे जलाने और देश विरोध नारे लगाने के आरोप में यह मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने यह कदम उठाया दरअसल उसे भी यह मालूम नहीं है कि खुशियां किसने मनाई। शिकायतकत्र्ता ने बताया कि मैंने पुलिस को नहीं सूचित किया। मैं एक पड़ोसी की मदद करने थाने गया था जिसे नारे लगाने के लिए पुलिस ले गई थी। इस दौरान पुलिस ने मुझे गवाह बना दिया।
पुलिस ने 15 आरोपियों पर से राजद्रोह का मुकदमा वापस ले लिया लेकिन वो अभी भी जेल में हैं क्योंकि पुलिस ने अब उन पर सांप्रदायिक सौहाद्र्र बिगाडऩे का मामला दर्ज कर दिया है। पुलिस ने जिन 15 लोगों पर ये मामला दर्ज किया है उनमें से किसी का भी किसी तरह को कोई आपराधिक अतीत नहीं रहा है। गांव में हिन्दू और मुसलमान अलग-अलग टोलों में रहते हैं लेकिन दोनों ही एक दूसरे के तीज-त्योहार में शामिल होते हैं। गांववालों के अनुसार इस मुकदमेबाजी से दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा हो जाएगी। कुछ गांव वालों का आरोप है कि भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट मैच के बाद पुलिस 2-3 दिन गांव में घूमती रही और जिसे मन किया उसे उठा लिया।