बीजिंग: पाकिस्तानी मीडिया में किये गये इन दावों पर गुरुवार (22 जून) को टिप्पणी करने से चीन बचता रहा, जिसमें कहा गया कि पाक अधिकृत कश्मीर में चीन दियामर-बाशा बाँध के लिये 14 अरब अमेरिकी डॉलर देगा और वह इस परियोजना को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे में शामिल करने पर भी सहमत है. चीन के 50 अरब अमेरिकी डॉलर के सीपीईसी के हिस्से के तौर पर इस परियोजना के लिये सहमत होने से जुड़ी खबरों के बारे में एक सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा, ”इस खास परियोजना और आपके द्वारा जिस बांध के निर्माण का उल्लेख किया गया, मेरे पास उसका विवरण नहीं है.”
पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र में स्थित दियामर-बाशा बांध को बनाने के लिये पाकिस्तान को लंबे समय से 12 से 14 अरब डॉलर की जरूरत है, लेकिन उसे यह रकम नहीं मिल रही थी क्योंकि यह प्रस्तावित निर्माण विवादित क्षेत्र में होना है.
इस पर प्रतिक्रिया देने से बच रहे जेंग ने हालांकि सीपीईसी का कड़ा बचाव किया और अपनी संप्रभुता के उल्लंघन की भारतीय चिंताओं को तवज्जो नहीं दी. उन्होंने कहा, ”हम जानते हैं कि इस गलियारे को लेकर कुछ चिंतायें हैं लेकिन हम इस पर जोर दे रहे हैं कि यह आथर्कि गलियारा सहयोग की एक आथर्कि पहल मात्र है.”