चंडीगढ़ |
सुखबीर बादल अपने बयानों द्वारा किसानों को भ्रमित ना करें और यदि किसानों के कर्ज माफी को लेकर उन्हें कोई स्पष्टीकरण चाहिए तो मैं उन्हें बहस करने के लिए चुनौती देता हूं। यह कहना था पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ का जो आज पंजाब के सभी जिलों से आए हुए किसानों के साथ मीटिंग करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने पंजाब के किसानों को विधानसभा के बजट सैशन के दौरान दी गई रियायतों के बारे में जानकारी दी और शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी द्वारा दिए गए बयानों से भ्रमित ना होने की अपील भी की।
जाखड़ ने कहा कि पंजाब के 8 लाख 75 हजार किसानों के कर्ज पूरी तरह माफ कर दिए गए हैं । यह वह किसान है जिनकी जमीन अढ़ाई एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक है। यह जो 1500 करोड़ रुपए बजट में प्रावधान रखा गया है वह पहली किस्त है जो पंजाब सरकार बैंकों को किसानों के लिए अदा करेगी जिसके बाद बैंक कर्ज वापस लेने के लिए किसानों के पास नहीं जाएंगे।
इसके अलावा 1 लाख किसानों के 2 लाख तक से नीचे के कर्ज माफ किए गए हैं। इस तरह तकरीबन 10 लाख किसानों के कर्ज माफ किए गए हैं। सुखबीर बादल यह बयान दे रहे हैं कि 1500 करोड़ रुपए में किसानों के कर्ज कैसे माफ होंगे । उन्हें मैं यह बता देना चाहता हूं कि तकरीबन 10 लाख किसानों के कर्ज हमने माफ कर दिए हैं पर उन किसानों के कर्ज माफ नहीं किए जिन्होंने 15 -15 लाख रुपए कर्ज लिया हुआ है और जिनकी बहुत बड़ी-बड़ी जमीनें हैं।
जाखड़ ने पंजाब भाजपा अध्यक्ष विजय सांपला पर हमला करते हुए कहा कि वह किस मुंह से गवर्नर के पास कर्ज माफी को लेकर ज्ञापन देने गए थे क्योंकि जो काम यह लोग 10 साल में नहीं कर पाए हमने 100 दिनों के कार्यकाल में कर दिखाया है। केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2019 के लोकसभा चुनावों के नजदीक आने पर ही किसानों के कर्ज माफी की बात करेगी क्योंकि उस समय उन्हें वोट की जरूरत होगी । इस समय तो उन्होंने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया है कि यह राज्य सरकारों का विषय है।
खेत मजदूरों को राहत देने के बारे में बोलते हुए सुनील जाखड़ ने कहा के खेत मजदूरों को कोई कर्ज नहीं देता क्योंकि उनके पास कोई जमीन नहीं होती। इसलिए उनका कर्ज 50,000 तक का कैप्टन साहब ने उनका ध्यान रखते हुए माफ कर दिया है।