दिल्ली-हावड़ा राजधानी के बाद तेजस ऐक्सप्रेस भारत की दूसरी ऐसी ट्रेन थी जिसमें यात्रा के दौरान फ्री वाई फाई की सुविधा मिलती थी।
तेजस ऐक्सप्रेस में जाकर अगर फ्री वाई फाई चलाकर फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और ऑनलाइन फिल्मों का मजा लेना चाहते हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। तेजस ऐक्सप्रेस में अब फ्री वाई फाई की सुविधा को खत्म कर दिया गया है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक मुंबई से गोवा के बीच चलने वाली तेजस ऐक्सप्रेस में खराब वाई-फाई की कनेक्टिविटी की वजह से रेलवे ने इस सर्विस को बंद कर दिया है। दिल्ली-हावड़ा राजधानी ऐक्सप्रेस के बाद तेजस ऐक्सप्रेस भारत की दूसरी ऐसी ट्रेन थी जिसमें यात्रा के दौरान फ्री वाई फाई की सुविधा मिलती थी। जब 21 मई को सुरेश प्रभु ने इस ट्रेन को पहली बार रवाना किया था तब सेंट्रल रेलवे ने घोषणा की थी कि इस ट्रेन में फ्री वाई, ऑटोमेटिक गेट और इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसी कई यूनिक सुविधाएं हैं। रेलवे की तरफ से यह आश्वासन दिया गया था कि यात्रियों को पूरी ट्रेन में वाईफाई सेवा मिलेगी, लेकिन यह केवल एग्जीक्यूटिव कोच तक ही सीमित रह गई। अब, सूत्रों ने कहा कि तेजस पर वाईफाई की सुविधा मंगलवार (20 जून ) तक थी। वाई फाई की सुविधा देने वाली कंपनी ने अब इस सुविधा को खत्म कर दिया क्योंकि रेलवे ने इस रिन्यू नहीं कराया था।
जब यह ट्रेन अपना पहला सफर पूरा करके गोवा से मुंबई लौटी तो पता चला कि यात्रियों ने न केवल ट्रेन में मौजूद हेडफोन चुराए हैं, बल्कि एलसीडी स्क्रीन को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी। यही नहीं, यात्रियों द्वारा गंदगी फैलाने और टॉइलेट्स को गंदा छोड़ने जैसी शिकायतें भी सामने आई थीं। रेलवे अधिकारियों का कहना था कि पहले सफर के बाद कम से कम एक दर्जन हेडफोन गायब मिले। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पहले दिन यात्रियों को हेडफोन देते समय इन्हें लौटाने की घोषणा नहीं की गई थी, क्योंकि मान लिया गया था कि वे ट्रेन में मिलने वाले कंबल और तकिए की तरह इसे भी साथ नहीं ले जाएंगे।
सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों ने माना था कि पहले सफर के बाद ट्रेन बुरी तरह अस्त-व्यस्त होकर लौटी थी। इसके बाद उन्होंने यात्रियों से जिम्मेदारी की भावना के साथ ट्रेन की सुविधाओं के इस्तेमाल की अपील की थी। तेजस एक्सप्रेस का मुंबई से कर्माली (गोवा) तक का सामान्य किराया 1,190 रुपये जबकि एग्जीक्यूटिव सीट का किराया 2,590 रुपये है।