सिलिगुड़ी |
अपने आंदोलन को मजबूती देने के लिए गोरखालैंड समर्थकों ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में मंगलवार दोपहर एक सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए गोरखालैंड टेरटोरल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) को खत्म करने समेत बहु आयामी फैसले लिए। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि बंद जारी रहेगा और राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होंगे।
दार्जिलिंग में अशांति और अनिश्चितता बढ़ती जा रही है। जीजेएम, सरकार से आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार नजर आ रहा है और इसके लिए वह सभी पार्टियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है। आंदोलन जारी रखने और राजनीतिक फ्रंट पर टीएमसी से निपटने की चुनौतियों में सफलता अलग गोरखालैंड की मांग में जीजेएम का प्रभुत्व बढ़ा सकती है।
जिमखाना क्लब में हुई इस सर्वदलीय बैठक में ऑल इंडिया कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑन गोरखालैंड की एक कोर कमिटी का गठन किया गया। इस कमिटी के नेतृत्व में अलग गोरखालैंड की मांग के लिए आंदोलन जारी रहेंगे। इस कोर कमिटी के कोऑर्डिनेटर के रूप में तिलक चंद्र रोका को नॉमिनेट किया गया है।