जयपुर।
आमतौर पुलिस वाले हड़तालें रोकने का काम करते है, लेकिन राजस्थान में जेल विभाग से जुड़े पुलिसकर्मी बुधवार को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर है। इन कर्मचारियों ने आज पूरे दिन सभी जेलों की मैस बंद रखने का निर्णय किया है। इसके चलते कैदियों को खाना नहीं मिल पाएगा।
राजस्थान में गृह विभाग के पुलिस और जेल दो अलग-अलग विभाग बने हुए है। जेल विभाग में जेलर से लेकर जेल के सभी प्रहरी और अन्य कर्मचारी आते है। इन कर्मचारियों का कहना है कि 1998 में लागू हुए पांचवे वेतन आयोग के बाद से पुलिस और जेल विभाग के कर्मचारियों के वेतन में भारी अंतर आ गया है। इस वेतन विसंगति के साथ ही सरकार ने जेल कर्मचारियों को पहले से ही मिल रही सुविधाएं और भत्ते भी बंद कर दिए है। इस बारे में सरकार को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन सरकर सुन नहीं रही है। ऐसे में अब हमारे पास हड़ताल के अलावा कोई विकल्प नहीं है। आज मैस बंद की है। 15 दिन तक काली पट्टी बांध कर काम करेंगे और फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो भूख हड़ताल कर सामूहिक त्यागपत्र देंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि मानवाधिकार संगठन कैदियों की तो सुन लेते हैं, लेकिन जेल के नकारात्मक वातावरण में ड्यूटी करने वालो की कोई नहीं सुन रहा है।