नरसिंहपुर।
तीन महीने पहले आग में जली 3 एकड़ की गेहूं की फसल के मुआवजे के लिए किसान ने तहसील के चक्कर काटे। छह बार बाबुओं को 500-500 की रिश्वत भी दी, लेकिन मुआवजा नहीं मिला। 20 हजार रुपए बिजली के बिल भरने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए कनेक्शन कटने से सूख रही मूंग की फसल से चिंतित नरसिंहपुर के धमना गांवके किसान लक्ष्मी प्रसाद (65) ने मंगलवार को सल्फास खाकर घर में आत्महत्या कर ली।
किसान पर यूको बैंक से चार लाख रुपए का कर्ज था। मृतक किसान के भतीजे भगवान सिंह ने बताया कि उसके फूफा लक्ष्मी प्रसाद की आत्महत्या के कुछ देर बाद ही उनके खाते में 12900 रुपए की राशि प्रशासन ने डाल दी। आनन-फानन में पटवारी मुरारीलाल श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया।
सात एकड़ की जमीन, मूंग फसल भी सूख गई
बेटे चैनसिंह और टावल सिंह ने बताया कि परिवार के पास 7 एकड़ की जमीन है। एक हिस्से पर मूंग की फसल बोई गई है। पैसे न होने के कारण 20 हजार बिजली का बिल नहीं भरा गया। इसलिए खेत पर लगे ट्यूबवेल की बिजली कंपनी ने काट दी। इसकी वजह से फसल सूख गई। इस फसल को बेचकर हम बैंक का 4 लाख का कर्ज चुकाने वाले थे। अगर समय रहते मुआवजा मिल जाता तो वे बिल चुकाते और फसल भी तैयार हो जाती।