चीन ने पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद के नेता मसूह अजहर पर संयुक्त राष्ट्र के बैन को एक बार फिर बाधित करने का संकेत देते हुए कहा कि इस विशेष मामले में आतंकवाद के मुद्दे के संबंध में संयुक्त राष्ट्र समिति में असहमति बरकरार है. पिछले साल चीन ने अजहर को आतंकवादी का दर्जा देने के भारत के आवेदन पर तकनीकी रोक लगा दी थी.
अपने रुख पर कायम है चीन
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग की टिप्पणियां संयुक्त राष्ट्र की 1267 समिति की अगले माह होने जा रही समीक्षा से पहले अजहर के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में आईं.गेंग ने बताया, ‘अपने रुख के बारे में हम कई बार बात कर चुके हैं. हमारा मानना है कि लक्ष्य और पेशेवर तथा न्याय संबंधी सिद्धांतों को बरकरार रखा जाए.’ मीडिया ने गेंग से पूछा था कि अजहर पर संयुक्त राष्ट्र में बैन लगाने के भारत के कदम पर चीन द्वारा बार-बार लगाई जाने वाली तकनीकी रोक को लेकर क्या कोई अग्रगामी कदम है.
चीन खड़ी कर सकता है मुश्किल
उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में, इस सूचीबद्ध मामले को लेकर कुछ सदस्यों में असहमति बरकरार है. चीन इस मुद्दे पर सामयिक पक्षों के साथ सहयोग और संवाद के लिए तैयार है,’ बीजिंग ने पठानकोट आतंकी हमले में अजहर की भूमिका के लिए उसे आतंकवादी घोषित करने के अमेरिका एवं अन्य देशों के संयुक्त राष्ट्र में प्रयासों पर तकनीकी रोक लगा रखी है.