आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी के फाइनल में रविवार को लंदन में भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें आमने-सामने होंगी। हालांकि, इसी दिन स्पेन के वेलेंसिया में भी भारत सरकार पाकिस्तान को घेरने में जुटी होगी। दरअसल, यहां इंटरनैशनल टेरर फाइनैंसिंग पर नजर रखने वाले मंच फ़ाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक होने वाली है। यह मीटिंग 18 से 23 जून तक चलेगी। यहां भारत अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के उन खोखले दावों की असलियत सामने रखेगा, जिनके मुताबिक वह आतंकी संगठनों के वित्तीय लेनदेन पर लगाम कस रहा है। भारत यह साबित करेगा कि टेरर फंडिंग पर पाकिस्तान किस तरह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंक रहा है। बता दें कि पहले भी कई बार कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत ने घेरने में कामयाबी पाई है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रमुख करनाल सिंह की अगुआई में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल इस मंच पर भारत का पक्ष रखेगा। इस संस्था के 198 देश सदस्य हैं। यहां यूएन, आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक आतंकी फंडिंग को रोकने के तरीकों पर विचार करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। इससे बताया गया है कि किस तरह पाकिस्तान उसकी जमीन से ऑपरेट कर रहे जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी संगठनों की वित्तीय गतिविधियों को समर्थन दे रहा है? भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह भी बताएगा कि जमात-उद-दावा ने हाल में पाकिस्तान में न केवल अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं, बल्कि उसने अपना जाल यमन, सोमालिया, श्रीलंका, अफगानिस्तान और दूसरे मुल्कों तक फैला लिया है।