नई दिल्ली |
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर राजनीतिक गलियारे में सरगर्मियां तेज हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी पंसद का राष्ट्रपति चाहते हैं। वहीं इसी उठापटक के बीच शिवसेना ने आज सरकार के सामने इस पद के लिए नया नाम रखा है। शिवसेना ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सुझाव दिया कि यदि मोहन भागवत को देश का राष्ट्रपति नहीं बना सकते तो वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत का राष्ट्रपति बनाया जाए। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को एम.एस. स्वामीनाथन के नाम का सुझाव दिया है।
कौन है स्वामीनाथन
7 अगस्त 1925, कुम्भकोणम, तमिलनाडु में जन्मे स्वामीनाथन पौधों के जेनेटिक वैज्ञानिक हैं जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है। उन्होंने 1966 में मैक्सिको के बीजों को पंजाब की घरेलू किस्मों के साथ मिश्रित करके उच्च उत्पादकता वाले गेहूं के संकर बीज विकिसित किए। उन्हें विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1972 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
जब अटल ने सबको चौकाया था
साल 200 में वाजपेयी सरकार के दौरान कलाम साहब का नाम समाजवादी पार्टी ने उछाला, जिस पर कांग्रेस और भाजपा एकसाथ आ गए थे, हालांकि तब नंबर गेम भाजपा के हक में नहीं था लेकिन बाद में जब यूपीए की सरकार बनी तो उसने अपना ही राष्ट्रपति बनाया और भाजपा के उम्मीदवार से उसका मुकाबला हुआ और नम्बर के आधार पर राष्ट्रपति यूपीए का उम्मीदवार बना, फिर चाहे वो प्रतिभा पाटिल, भैरों सिंह शेखावत को हराकर बनी हों या प्रणब मुखर्जी, पी.ए. संगमा को हराकर बने। लेकिन आज हालात उलट हैं क्योंकि यूपीए विपक्ष में है, नम्बर एनडीए के पास है। देखना है कि ये गेम चेंज होगा या नहीं।