भोपाल।
प्रदेश में दो और किसानों ने आत्महत्या कर ली। राज्य में आठ जून से अब तक 9 किसान अपनी जान दे चुके हैं। किसानों की आत्महत्या की वजह कर्ज से परेशान होना बताया गया है।
6 जून को मंदसौर जिले में पुलिस गोलीबारी में 5 आंदोलनकारी किसानों की मौत के बाद किसान आंदोलन पर मरहम लगाने के प्रयास जारी हैं । वहीं दूसरी ओर परेशान किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं।
सीहोर जिले के बापचा बरामद गांव में खाद-बीज के पैसे नहीं होने के कारण किसान ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। दूसरी ओर होशंगाबाद जिले के माखननगर में सूदखोरी से परेशान किसान ने जहर खाकर अपनी प्राणलीला समाप्त कर ली।
सीहोर प्रतिनिधि के अनुसार सिद्धिगंज थाना अंतर्गत ग्राम बापचा बरामद मैं एक बुजुर्ग व्यक्ति खाजु खां उम्र करीब 75 साल अपने खेत पर खांकरे के पेड़ पर लटका हुवा पाया गया। सिद्दीगंज पुलिस द्वारा पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल आष्टा पहुंचाया गया। मृतक के चार लड़के हैं
मृतक के लड़के ने बताया कि हम सुबह सब परिजन घर में खाद-बीज की चर्चा कर रहे थे उसी बीच मेरे अब्बू का मानसिक संतुलन ख़राब हुआ। उन्होंने खेत पर जाने की बात की फिर खेत पर जाकर फांसी लगा ली।