पणजी ।
गोमांस पर चल रही बहस में अब साध्वी सरस्वती भी कूद पड़ी हैं। उनका कहना है कि जो शख्स स्टेटस सिंबल के लिए पशुओं का वध करता है और गोमांस खाता है, उसे बीच चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए।
साध्वी सरस्वती मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की रहने वाली हैं। उन्होंने महज पांच साल की उम्र से राम कथा का वाचन करना शुरू कर दिया था। उनकी पहचान कट्टर हिंदू की रही है, लेकिन इस बार वो अपने प्रवचनों से नहीं, बल्कि बीफ को लेकर सुर्खियों में हैं। साध्वी सरस्वती ने गोवा में एक कहा, ‘मैं मोदी सरकार से अपील करती हूं कि जो लोग स्टेटस सिंबल के लिए अपनी मां समान गाय का मांस खाते हैं उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। ऐसे लोगों को बीच चौराहे पर सभी के सामने फांसी देनी चाहिए, तब इन्हें पता चलेगा कि गो माता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।’
साध्वी सरस्वती गोवा में आयोजित चार दिवसीय ऑल इंडिया हिंदू कंवेंशन के उद्घाटन सत्र में बोल रही थी, इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदू जागृत समिति सनात संस्था की ओर से आयोजित किया गया था। यहां गौर करने वाली बात यह है कि सनातन संस्था के कुछ सदस्यों पर अंधविश्वास विरोध और तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या का मामला चल रहा है। दाभोलकर की पुणे में 2013 में हत्या कर दी गई थी। इस कार्यक्रम से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भाजपा और विश्व हिंदू परिषद ने दूरी बनाई और इस कार्यक्रय में शामिल नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती गैर हिंदू को हिंदू बनाने की नहीं अपितु पहले से जो हिंदू है उसे हिंदू बनाना है। उन्होंने सक्युलर लोगों को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग यह मुखौटा पहनकर एजेंडा चला रहे हैं पहले उन्हें निशाने पर लेने की जरूरत है। वह बोलीं कि अगर हम शस्त्र नहीं रखेंगे तो आने वाले समय में हमारा विनाश होने वाला है। इस दौरान कार्यक्रय में मौजूद संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय वर्तक ने केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या गो माता उनके लिए आहार है?
कांग्रेस ने साध्वी सरस्वती के बयान को अपत्तिजन और ‘हैट स्पीच’ बताते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव गिरीश चोडणकर ने मनोहर पर्रीकर की अगुवाई वाली राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘भाषण के दौरान सांप्रदायिक नफरत को उकसाने वाले बयान दिये जाते हैं। लेकिन राज्य सरकार चुप्प रहकर ऐसे बयानों को देने की मौन इजाजत देते हुए पूरे कार्यक्रम की प्रयोजक पार्टी बन गई है।’
चोडणकर ने कहा आखिर राज्य सरकार इस मामले में चुप क्यों है? इस मुद्दे पर राज्य सरकार को संज्ञान लेते हुए साध्वी सरस्वती के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। उनके खिलाफ हेट स्पीच देने के मामले में एएफआइआर दर्ज होनी चाहिए।