चेन्नई |
विश्वास मत से पहले तमिलनाडु विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद डीएमके सदस्यों को बाहर निकाल दिया गया। बाहर निकाले जाने के बाद स्टालिन ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने हमें जबरन बाहर कर दिया, यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि मैंने खरीद-फरोख्त का विधानसभा में मुद्दे उठाया और सीबीआई जांच की मांग की इसलिए हमारे साथ यह व्यवहार किया गया। स्टालिन और अन्य डीएमके नेताओं ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया, जिस दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
विधायक के वीडियो को लेकर हुआ विवाद
ओ पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले एआईएडीएमके के धड़े के एक विधायक के वीडियो को लेकर राज्य में विवाद खड़ा हो गया है। इस बयान में उन्होंने फरवरी में हुए विश्वासमत से पहले सत्तारुढ़ पार्टी के विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का दावा किया है। पन्नीरसेल्वम ने विधायक एस.एस सर्वणन से उचित स्पष्टीकरण मांगा है। विडियो में सर्वणन ने यह दावा किया है कि 18 फरवरी को हुए विश्वासमत से पहले सत्तारुढ़ पार्टी के विधायकों को पैसे दिए गए थे। विश्वासमत में मौजूदा मुख्यमंत्री के पलनिसामी को जीत हासिल हुई थी। मदुरै (दक्षिण) के विधायक सर्वणन ने कहा कि कथित खरीद-फरोख्त पर जारी विडिया फुटेज में आवाज उनकी नहीं है।