श्रीनगर |
कश्मीर के सीमावर्ती जिलों कुपवाड़ा, बारामूला और बांडीपुरा में नियंत्रण रेखा के पास घने जंगलों में सुरक्षा बलों का आतंकवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी है। इस इलाके में गत बुधवार से अब तक सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कई घटनाओं को नाकाम किया तथा 14 आतंकवादी मारे गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले कई दिनों से जारी तलाशी अभियान के दौरान कई बार आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई जिनमें एक जवान भी शहीद हो गया तथा दो अन्य घायल हो गये हैं।
ब्रिगेडियर वाई एस अहलावत ने उरी में पत्रकारों से कल कहा कि बारामूला जिले के उरी सेक्टर में पांच आत्मघाती हमलावर मारे गये हैं। पिछले साल 19 सितंबर को इसी प्रकार का हमला उरी में सेना के शिविर पर किया गया जिसमें 17 सैनिक शहीद हो गये थे।सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आज सुबह कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर तथा नौगामए बारामूला के उरी सेक्टर तथा बांदीपोरा के गुरेज सेक्टर के जंगलों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया। गुरेज में हालांकि शनिवार को एक आतंकवादी के मारे जाने के बाद से दोबारा आतंकवादियों से सामना नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के सैकड़ों जवान बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर और स्वचालित हथियारों के साथ अलग-अलग दिशाओं में तलाशी अभियान पर हैं। अभियान को रात में रोक दिया जाता है लेकिन सुरक्षाबलों की ओर से जंगलों की घेराबंदी बरकरार रहती है ताकि कोई आतंकवादी भाग नहीं सके। नियंत्रण रेखा के पास सीमा की रखवाली करने वाले जवानों को हाईअलर्ट पर रखा गया है क्योंकि बड़ी संख्या में आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की ओर से सीमा के अंदर घुसने की फिराक में हैं। किसी तरह की घुसपैठ को विफल करने के लिए नियंत्रण रेखा के पास रात में सेना की गश्ती बढ़ा दी गयी है।