बेंगलुरु |
कर्जमाफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग पूरी न होने पर जहां देश के अलग-अलग हिस्से में किसानों में नाराजगी है, वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक में एक किसान को फसलों के नुकसान पर एक रुपये मुआवजा मिला देकर उसका मजाक बनाए जाने की घटना सामने आई है। कोप्पल के जिले के कुशातगी स्थित किदादुरु गांव में हुई इस घटना पर राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।
घटना गुरुवार की है कि जब बासवराज होसामानी को पता चला कि राजस्व विभाग ने उनके अकाउंट में फसलों के नुकसान के लिए 1 रुपये मुआवजा राशि जमा कराई है। सरकार की तरफ से 10,800 रुपये मुआवजा राशि तय की गई है। उन्होंने बताया, ‘मेरे पड़ोसी ने जब बताया कि उन्हें मुआवजा मिल गया है, मैंने भी अपने अकाउंट का बैलंस चेक किया, लेकिन मैं बैलंस देखकर हैरान रह गया।’
कानून मंत्री टी.बी जयचंद्र ने विधानसभा कहा कि 11 जून को वह इस संबंध में तथ्य पेश करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे हैरानी हुई है कि फसल के नुकसान पर किसानों के अकाउंट में इतनी मामूली राशि जमा कराई गई है।’ वहीं, विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टार ने इस मुआवजे को किसानों का अपमान करार दिया है। शेट्टार ने पूछा, ‘सरकार को शर्म आनी चाहिए। अगर आप मुआवजा देना चाहते हैं, इसे सही तरीके से दीजिए। किसान एक रुपये से क्या कर सकता है?’