भोपाल |
मध्य प्रदेश में हिंसक किसान आंदोलन को लेकर घिरे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शांति की अपील के साथ शनिवार काे दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं। शिवराज ने कहा, मैं शांति बहाली के लिए उपवास पर बैठ रहा हूं। मेरा यह उपवास किसानों की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने का प्रतीक है। किसान किसी के बहकावे में ना आएं। इससे पहले शुक्रवार को अपने सरकारी निवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हाेंने कहा, मैं पत्थर दिल नहीं हूं। शांति बहाली के लिए मैंने फैसला किया है कि कल से मैं वल्लभ भवन (मंत्रालय) में नहीं बैठूंगा। मैं भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर पूर्वाह्न 11ः00 बजे से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठूंगा। तब तक बैठूंगा, जब तक शांति बहाल न हो जाए।
‘बच्चों के हाथ में थमाएं पत्थर’
उन्होंने कहा, मैं भोपाल में दशहरा मैदान में किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु चर्चा के लिए उपलब्ध रहूंगा। वहीं से सरकार चलाऊंगा। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपना आंदोलन स्थगित करने का अनुरोध करते हुए कहा, आप कहीं मत जाओ, चर्चा के लिए आओ। सभी समस्याओं को बातचीत से सुलझाया जा सकता है। यही लोकतंत्र का तरीका है। उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने 18 से 22 साल के बच्चों के हाथ में पत्थर थमाने का काम किया है। कई जगह चक्काजाम की स्थिति होती है और वे (बच्चे) नजर आते हैं। मुझे तकलीफ इस बात से होती है कि पत्थर वाले हाथ भी अपने बच्चों के हैं और उनको नेतृत्व देने वाला तंत्र भी अपना है।