दार्जिलिंग |
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में विमल गुरुंग के नेतृत्व वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के 12 घंटों के बंद के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए आपात बैठक बुलाई। इस दौरान सभी संवेदनशील स्थानों पर आज सेना के जवानों की गश्त जारी रही। बनर्जी आज सुबह मॉल के पास भी गईं, जहां कल जीजेएम के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच ङ्क्षहसक झड़प हुई थी। इस झड़प में कम से कम 50 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और लगभग 15 वाहनों एवं एक ट्रैफिक पोस्ट को आग के हवाले कर दिया गया।
‘किस्म की तोड़-फोड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह बंद अवैध है और जो व्यक्ति ड्यूटी से अनुपस्थित रहेगा, उसका वेतन काटा जाएगा। हम किसी भी किस्म की तोड़-फोड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें मालूम हैं कि इस पूरी हिंसा के लिए केवल 4-5 लोग जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने बहुत सहन कर लिया है और अब सरकारी एवं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का समय आ गया है।’ बनर्जी ने कहा, ‘हम कल की हिंसा में लिप्त किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेंगे। हमारी सरकार ने जीजेएम को अब तक पूरा समर्थन दिया है लेकिन अब सख्त कार्रवाई करने का वक्त आ गया है। हमनें लोगों को हड़ताल और हिंसा को समर्थन नहीं देने को कहा है, क्योंकि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है।’