इन्फोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने प्रमोटरों की ओर से कंपनी के सारे शेयर बेचने की खबरों को नकार दिया है। टॉइम्स ऑफ इंडिया में आई इस खबर के बाद पहली बार इन्फोसिस की ओर से इस स्तर की प्रतिक्रिया आई है।
ईटी नाउ की ओर से भेजे गए ईमेल के जवाब में सिक्का ने कहा कि चूंकि उन्हें (सिक्का को) उनके (प्रमोटरों के) फैसलों पर पूरा यकीन है। जब एन आर नारायण मूर्ति ही शेयर बिक्री की खबर की बात को खारिज कर चुके हैं, तो मीडिया को ऐसी अफवाहें नहीं फैलानी चाहिए।
सिक्का ने कहा, ‘इन्फोसिस के सारे संस्थापक और खासकर मूर्ति, बेहद योग्य, प्रतिष्ठित और सुलझे व्यक्ति हैं। ये भारतीयों की पूरी पीढ़ी के साथ-साथ दूसरों के भी हीरो हैं, खासकर मूर्ति। मुझे मूर्ति ने ही नौकरी दी थी और मैं इन्फोसिस में उन्हीं की बदौलत आया। मैं उनके फैसलों पर पूरी निष्ठा के साथ यकीन करता हूं। उनके निर्णय उद्देश्यों एवं मूल्यों की गहरी समझ से प्रेरित होते हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘जैसा कि कहा जा चुका है कि मूर्ति ने इस अफवाह का स्पष्ट तौर पर खंडन कर दिया है, मैं आपसे और आपके सहयोगियों से इसे अब और नहीं फैलाने का आग्रह करता हूं। इन दिनों वैसे ही बहुत शोर-शराबा हो रहा है और जब हम पहले से ही चुनौतीपूर्ण वातावरण में उद्देश्यपूर्ण वृद्धि के लिए जोर लगा रहे हैं तो ये बातें हमारे बिजनस को बाधित करती हैं।’
गौरतलब है कि प्रमोटरों द्वारा शेयर बेचने की संभावना से जुड़ी खबर तब आई है जब कुछ महीने पहले ही इन्फोसिस सीईओ विशाल सिक्का और को-फाउंडर नारायण मूर्ति के बीच मनमुटाव की बात सामने आई। इससे पहले मूर्ति ने सिक्का और दूसरे बड़े अधिकारियों की भारी-भरकम सैलरी, कंपनी छोड़ने वाले सीएफओ राजीव बंसल को दिए गए बड़े पैकेज के हवाले से कंपनी के काम-काज के तौर-तरीकों एवं इसकी मूल भावना में आए बदलाव पर गंभीर चिंता जताई थी।