भोपाल |
मध्य प्रदेश में दाखिल होते समय पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रशासन ने मंदसौर में किसानों के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने की अनुमति दे दी है। कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी एक गेस्टहाउस में हिरासत में रखा गया है।
मंदसौर में किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने के लिए उदयपुर से सड़क मार्ग से रवाना हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बीच रास्ते में कार छोड़कर मोटर साइकिल से दूसरे मार्ग से मंदसौर के लिए निकले क्योंकि प्रदेश पुलिस ने उन्हें अरेस्ट करने की पूरी तैयारी कर रखी थी। वह राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा स्थित निमोड़ा से अपनी सिक्योरिटी को चकमा देकर निकल तो गए लेकिन आगे मध्यप्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं तथा राजस्थान कांग्रेस प्रमुख सचिन पायलट और मध्यप्रदेश के विधायक जयवर्धन सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है। इन्हें एक सीमेंट कंपनी के गेस्ट हाऊस ले जाया गया है। राहुल के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ भी थे। राहुल ने राज्य में प्रवेश करने से उन्हें रोकने के लिए किए गए व्यापक पुलिस प्रबंधों को धता बताया। जब राहुल एवं उनके साथ मौजूद लोग नीमच के नया गांव से मंदसौर की ओर बढ़े तो ‘‘जय जवान जय किसान’’ और ‘‘राहुल गांधी जिंदाबाद’’ के नारे सुने जा सकते थे।