नई दिल्ली |
भारत चाहता है कि रूस न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में उसकी दावेदारी का विरोध कर रहे चीन पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे। सुषमा स्वराज ने सोमवार को स्पष्ट तौर पर कहा कि रूस को चीन से बात करनी चाहिए ताकि वह भारत का विरोध करना बंद करे। ऐसा कम ही देखा गया है जब भारत ने खुले तौर पर एनएसजी विवाद में रूस की मदद मांगी है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एनएसजी सदस्यता पर रूस का उदाहरण देते हुए कहा कि मॉस्को का मानना है कि भारत को एनएसजी और यूएनएससी का भाग होना चाहिए। सुषमा ने कहा ‘इसलिए हमें लगता है कि चूंकि रूस और चीन के बीच अच्छे संबंध हैं, उसे चीन से बात करनी चाहिए। हम उनसे चीन पर दबाव बनाने के लिए नहीं बल्कि अपने अच्छे प्रभाव का प्रयोग करने को कह रहे हैं। हमारा प्रयास इस मुद्दे पर चीन को राजी करना और दोनों देशों के मित्र देशों को शामिल करना है।’