इंदौर।
किसानों के शोषण के मुद्दे पर असहयोग आंदोलन की रचनात्मक शुरुआत हुई, लेकिन तीसरे दिन तक आते-आते यह आंदोलन दिशाहीन हो गया। न केवल दिशाहीन, बल्कि इसमें असल किसान पीछे छूट गया और आंदोलन एक उपद्रव बनकर रह गया। किसान अपनी उपज और दूध को रोककर सरकार को गंभीरतापूर्वक सशक्त संदेश दे रहे थे, लेकिन शनिवार रात चोइथराम मंडी के बाहर और बिजलपुर में किसानों व पुलिस की झड़प ने आंदोलन को अलग ही दिशा दे दी। रविवार सुबह इस आंदोलन पर राजनीति का रंग चढ़ गया, जिससे अब यह परिणाम देने वाला कम, राजनीति का मंच अधिक नजर आने लगा है।
किसान सेना और किसान संघ के बीच चल रही खींचतान भी सामने आ चुकी है। किसान आंदोलन की शुरुआत तो सोशल मीडिया से शुरू हुई, लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग में इसे गति देने का काम किसान सेना नाम के नए संगठन ने किया। इसमें अधिकतर कार्यकर्ता और किसान नेता वही हैं, जो कभी भारतीय किसान संघ में थे। किसान संघ से कुछ मुद्दों पर मतभेद के कारण किसान सेना का उदय हुआ।
इसीलिए किसान सेना आंदोलन को भारतीय किसान संघ की तर्ज पर ही आगे ले जा रही थी। किसान सेना में कांग्रेसी विचारधारा के भी कार्यकर्ता शामिल हैं। ऐसे में भाजपा को डर है कि कहीं आंदोलन की कमान धीरे-धीरे कांग्रेस के हाथों में न चली जाए, इसीलिए पार्टी के नेता इसमें हस्तक्षेप कर रहे हैं। आंदोलन में किसान सेना की अगुआई होने से भाजपा नेता भी किसान सेना को ही साधने में लगे हैं।
इसीलिए तीन दिन पहले रेसीडेंसी कोठी पर सांवेर विधायक राजेश सोनकर ने वित्त मंत्री जयंत मलैया से किसान सेना के पदाधिकारियों की मुलाकात कराई थी, ताकि आंदोलन शिथिल हो और इसमें सरकार की किरकिरी न हो। रविवार को भी उज्जैन में किसान सेना के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात कराने की जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी।
बिजलपुर उपद्रव से हमारा लेना-देना नहीं -किसान सेना
शनिवार रात को चोइथराम मंडी के बाहर और बिजलपुर के कुछ लोगों द्वारा किए गए उपद्रव और तोड़फोड़ को किसान सेना ने अनुचित ठहराया है। उसने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है। किसान सेना के जगदीश रावलिया ने बताया जो हुआ गलत है। इस उपद्रव से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। जब 1 जून से आंदोलन और मंडियों में हड़ताल की शुरुआत हुई तो विधायक जीतू पटवारी के गांव बिजलपुर के किसानों ने चोइथराम मंडी में शुरू से ही आंदोलन की कमान अपने हाथों में ले रखी थी।
विधायक के भाइयों समेत 60 लोगों पर केस दर्ज
चोइथराम मंडी और बिजलपुर में पथराव व तोड़फोड़ करने वालों पर पुलिस ने आगजनी, बलवा व प्राणघातक हमले के 5 केस दर्ज किए हैं। मामले में विधायक जीतू पटवारी के भाइयों सहित 60 लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस जब्त वाहनों के आधार पर भी आरोपियों को खोज रही है।