भोपाल।
भारत निर्वाचन आयोग इस बार राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए हर राज्य के विधायकों को प्रत्याशियों की प्राथमिकता लिखने पेन भेजेगा। इसका मुख्य कारण स्याही को लेकर कोई भी मत निरस्त होने की स्थिति पैदा नहीं होने देना है। आयोग ने सभी राज्यों की विधानसभाओं के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर्स को इस संबंध में जानकारी दे दी है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हाल ही में दिल्ली में पहली बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक बैठक में बताया गया कि सभी राज्यों को इस बार आयोग 10-10 पेन भेजेगा, जिनसे विधायक मतदान के लिए प्रत्याशियों में से पहली, दूसरी व तीसरी प्राथमिकता के नाम लिखेंगे। यह व्यवस्था राष्ट्रपति चुनाव 2012 के दौरान हरियाणा के आठ विधायकों के मत निरस्त होने को ध्यान में रखते हुए की गई है। उक्त विधायकों ने अपने पैन से मतदान कर दिया था, जिससे उनके मत निरस्त हो गए थे।
सूत्र बताते हैं कि चुनाव की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इस बार विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मतपत्रों को एयर इंडिया के विमान से लाया जाएगा और मतदान के तुरंत बाद पहली फ्लाइट से दिल्ली भेज दिया जाएगा। मतपत्रों को राज्यों की राजधानी में पहुंचने के बाद उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।