मुंबई |
अभिनेता से नेता बने परेश रावल ने कहा कि उन्हें अरुंधति रॉय पर अपने ट्वीट को लेकर कोई पछतावा नहीं है क्योंकि लेखिका उस भारतीय सेना के बारे में गलत बातें कह रही है जो उन पर कभी पलटवार नहीं करेगी। भाजपा सासंद की उस बयान के लिए सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना को ‘‘पथराव करने वाले एक व्यक्ति’’ के बजाय रॉय को जीप से बांधना चाहिए था। उन्होंने कश्मीर में उस घटना के संदर्भ में यह बात कही थी जहां सुरक्षाबलों ने पथराव करने वालों के खिलाफ कवच के रूप में एक प्रदर्शनकारी का इस्तेमाल किया था।
मेरे पास बोलने का अधिकार
कई लोगों ने इस ट्वीट को ‘‘घृणास्पद’’ और ‘‘हिंसा भड़काने’’ वाला बताया था। रावल ने कहा कि उदार सोच वाले लोगों से मुझे इस तरह की प्रतिक्रिया की ही उम्मीद थी। मैं सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि जब अरंधति रॉय ने सैन्य कर्मियों के बारे में टिप्पणी की उस समय किसी ने भी कुछ क्यों नहीं कहा? उन्होंने कहा कि अगर वह सही हैं तो मैं भी सही हूं। अगर वह अपनी टिप्पणियों के बारे में खेद जताती हैं तो मैं भी खेद जताता हूं। अगर आपके पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है तो मेरे पास भी है।