वॉशिंगटन |
पैरिस समझौते से अमेरिका को बाहर करने के ट्रंप के फैसले का US में जमकर विरोध हो रहा है। अमेरिका के कई राज्य, शहर, कॉर्पोरेशन्स और जानी-मानी हस्तियों ने ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बड़ी तादाद में लोगों ने पैरिस समझौते का समर्थन करते हुए कहा कि वह चाहते हैं अमेरिका इस संधि को लेकर प्रतिबद्ध बना रहे। न्यू यॉर्क से लेकर कैलिफॉर्निया, जनल इलेक्ट्रिक से लेकर फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियां, बुद्धिजीवियों से लेकर आम अमेरिकी नागरिक सभी इस मुद्दे पर ट्रंप के विरोध में नजर आ रहे हैं। ट्रंप ने भले ही इस संधि को ‘अमेरिका विरोधी’ बताते हुए इससे पैर पीछे खींचने का ऐलान किया हो, लेकिन US में बहुसंख्यक लोग ट्रंप के इस विचार से सहमत नहीं दिख रहे हैं।
ट्रंप के इस फैसले की बगावत करने में जो स्टेट सबसे ज्यादा मुखर हैं, उनमें न्यू यॉर्क और कैलिफॉर्निया का नाम सबसे आगे है। पैरिस समझौते के प्रति समर्थन जताते हुए न्यू यॉर्क के गर्वनर ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर सहित शहर की प्रमुख जगहों को हरे रंग की रोशनी से भरने का आदेश दिया। उधर कैलिफॉर्निया के गर्वनर जेरी ब्राउन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि अगर अमेरिका पैरिस समझौते से पीछे हटता है, तो कैलिफॉर्निया खुद चीन के साथ जलवायु परिवर्तन पर एक संधि करेगा। मालूम हो कि कैलिफॉर्निया को अमेरिका का ‘ग्लोडन स्टेट’ माना जाता है। इसकी अर्थव्यवस्था अमेरिकी अर्थव्यवस्था का एक-तिहाई मानी जाती है।