लखनऊ |
यूपी के सहारपुर हिंसा के बाद बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व काफी चिंतित है। उनका मानना है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार की दलित विरोधी छवि बनती जा रही है, जो पार्टी के लिए सही साबित नहीं होगा।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान ने सीएम योगी को हिदायत दी है कि अगर वो पार्टी की छवि बचाने के लिए उचित कदम नहीं उठाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ा फैसला लिया जा सकता है। वही, रिपोर्ट में कहा गया है कि आलाकमान को लगता है कि योगी सरकार ने सहारनपुर हिंसा के मामले से सही से नहीं निपट सकी, जिसकी वजह से इन दोनों समुदायों के बीच हिंसा बढ़ी।
इतना ही नहीं, आलाकमान ने कहा कि यह हिंसा दूसरे जिलों में नहीं फैलनी चाहिए। भाजपा के एक सूत्र ने टेलीग्राफ को बताया कि बीजेपी आलाकमान को लगता है कि इसकी वजह योगी आदित्यनाथ का कम प्रशासनिक अनुभव भी है।
बता दें कि सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में 5 मई को दलितों और ठाकुरों के बीच हिंसा शुरू हुई, जिसमें एक ठाकुर की मौत हो गई थी और दलितों के करीब 2 दर्जन घर और फसलें जला दी गई थी। उसके बाद से एक महीने में हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। वही, दलितों का आरोप है कि योगी ठाकुरों को बचा रहे हैं कि क्योंकि वो भी ठाकुर हैं।
5 मई की हिंसा के बाद भीम आर्मी नामक दलित संगठन ने 9 मई को सहारनपुर में हिंसक विरोध प्रदर्शन किया। 23 मई को बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती की बैठक से लौट रहे दलितों पर हमला किया गया जिसमें एक दलित की मौत हो गई।