अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता पेमा खांडू ने कहा कि वह केंद्र सरकार के बूचडख़ानों के लिए पुश बिक्री पर रोक लगाने संबंधि नोटिफिकेशन का समर्थन नहीं करते हैं, खासकर ऐसे प्रदेशों में जहां बीफ खाने वाले लोग रहते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि केंद्र को वध के लिए पशुओं की खरीद-फरोख्त पर पाबंदी लगाने वाले नोटिफिकेशन पर फिर से विचार करना चाहिए। सीएम ने कहा कि वह खुद भी बीफ खाते हैं और ऐसा करने में कुछ भी गलत नहीं है। हालांकि पेमा खांडू ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार इस मामले में काफी संवेदनशील है।
खांडू ने कहा कि सिर्फ अरुणाचल प्रदेश ही नहीं, पूरा नॉर्थईस्ट ही आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां अधिकतर लोग नॉन-वेज खाते हैं। 26 मई को पर्यावरण मंत्रालय ने पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के तहत सख्त ‘पशु क्रूरता निरोधक (पशुधन बाजार नियमन) नियम, 2017’ को अधिसूचित किया था। अधिसूचना के मुताबिक पशु बाजार समिति के सदस्य सचिव को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शख्स बाजार में अवयस्क पशु को बिक्री के लिए न लेकर आये। किसी भी शख्स को पशु बाजार में मवेशी को लाने की इजाजत नहीं होगी।