बिलासपुर।
बिलासपुर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में गुरुवार को पेंट्रीकार के कर्मचारी रसोईघर से पकाकर दाल, चावल व चिकन बिना ढंके ट्रेन में चढ़ाने लेकर आ रहे थे। अचानक आरपीएफ की नजर पड़ने पर उन्होंने इसकी जानकारी आईआरसीटीसी को दी। इस पर एरिया मैनेजर ने पेटी कांट्रेक्टर, मैनेजर व कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही 20 हजार रुपए का जुर्माना भी किया।
राजधानी एक्सप्रेस में खानपान की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की है। कैटरिंग नई पॉलिसी के तहत आईआरसीटीसी ने राजधानी एक्सप्रेस के पेंट्रीकार का ठेका इटारसी की एक्सप्रेस फूड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया है। यह ट्रेन दोपहर 2 बजे बिलासपुर से छूटती है।
ठेकेदार को दोपहर का लंच भी यात्रियों को देना है। इसके लिए उसने हेमू नगर में रसोईघर बनाया है। यहां भोजन बनने के बाद यहीं से ट्रेन में भी चढ़ा दिया जाता है। दोपहर 1.30 बजे के लगभग पेंट्रीकार के कर्मचारी डिलीवरी ऑटो से भोजन लेकर पहुंचे।
ऑटो आरएमएस के पीछे खड़ी हुई। उसी समय स्टेशन की नियमित जांच कर रहा आरपीएफ स्टॉफ की नजर ऑटो पर पड़ी। इसमें रखा चावल, दाल व चिकन खुले बर्तन में थे। आरपीएफ ने इसकी जानकारी आईआरसीटीसी के एरिया मैनेजर राजेंद्र बर्मन व स्टेशन प्रबंधक (राजपत्रित) किशोर निखारे को दी।
मौके पर पहुंचकर दोनों ने कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद एरिया मैनेजर श्री बर्मन ने ठेका कंपनी पर 20 हजार जुर्माने की कार्रवाई की। उन्होंने पेंट्रीकार मैनेजर को ट्रेन में दोबारा खाना बनाने का निर्देश दिया। साथ ही पेंट्रीकार में मौजूद आईआरसीटीसी के सुपरवाइजर को इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए कहा।