श्रीनगर।
बडगाम जिले से शनिवार को चार सरकारी राइफलें लेकर फरार हुआ पुलिस कांस्टेबल नवीद अहमद अब हिजबुल मुजाहिदीन द्वारा तैयार की गई आतंकियों की पौध का हिस्सा बन गया है, लेकिन वह अचानक ही आतंकी नहीं बना है। उसका जिहादी संगठनों के साथ पुराना नाता रहा है।
इस बीच, हिजबुल मुजाहिदीन ने भी एक बयान जारी कर नवीद अहमद के हिज्ब में शामिल होने की पुष्टि की है।
जिला शोपियां के नाजनीनपोरा का रहने वाला पुलिस कांस्टेबल नवीद अहमद जिला बडगाम के चंदपोरा नसरुल्लापोरा स्थित भारतीय खाद्य निगम के गोदाम के लिए बनी चौकी में तैनात था।
पिछले दिनों वह इसी चौकी से चार सरकारी एसएलआर राइफलें लेकर फरार हो गया। उसे लेने उसके दो से तीन दोस्त एक कार में आए थे।
नवीद को पकड़ने के लिए आज भी पुलिस ने शोपियां, पुलवामा और जिला बडगाम में करीब सात जगहों पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला।
उसके कुछ परिचितों से भी पूछताछ की गई है। संबंधित सूत्रों ने बताया कि नवीद अचानक ही आतंकी नहीं बना है। उसका आतंकियों और आतंकी संगठनों से पुराना नाता रहा है।
वह कई बार ड्यूटी से गायब रह चुका है। इस दौरान वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में भी लिप्त रहा है। उन्होंने बताया कि नवीद अहमद का एक चचेरा भाई जावेद दक्षिण कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय आतंकी है।
लगभग दो माह पहले 26 मार्च को जिला पुलवामा के पडगामपोरा में एसएसपी पुलवामा पर हमले के प्रयास में मारे गए दो आतंकियों में एक फारूक अहमद हुरा भी नवीद के खास दोस्तों में एक था।