जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता एवं सांसद शरद यादव ने मोदी सरकार पर तीन साल के शासन के दौरान एक भी वादे को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वह लोगों का ध्यान मुद्दों से हटाने लिए अनावश्यक मामले उठाते रहती है। केंद्र सरकार की तीन साल की उपलब्धियों पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में 42 बडे वादे किए थे जिनमें हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने , किसानों को फसल लागत का डेढ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने , देश विदेश में जमा कालेधन को लाकर हर परिवार के खाते में 15 से 20 लाख रुपए जमा करने, गंगा को प्रदूषण मुक्त करने तथा सबका साथ सबका विकास की बात शामिल थी।
उन्होंने कहा कि सरकार के वादे के अनुसार अब तक छह करोड़ युवाओं को रोजगार मिल जाना चाहिए था लेकिन बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ रही है। वर्ष 2014-15 के दौरान 1.35 लाख युवाओं को ही रोजगार मिला। हाल ही में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कपनियों ने कर्मचारियों की छटनी कर दी। किसानों को अपनी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर बेचना पडा है । पिछले तीन साल के दौरान किसानों की आत्महत्या की घटनाएं तेजी से बढी हैं, विशेषकर महाराष्ट्र में। देश भर में वर्ष 2014 की तुलना में 2015 में किसानों की आत्महत्या की घटनाओं में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।