नई दिल्ली |
देशभर में ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चर्चा छिड़ी हुई है। इसी बीच चुनाव आयोग ने कहा कि शनिवार को वह ईवीएम चैलेंज के लिए तारीखों का ऐलान करेगा। पैनल यह भी दिखाएगा कि ईवीएम और वीवीपीएटी(वोटर-वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनें कैसे काम करती हैं। ऐसा कर आयोग यह बताएगा कि ईवीएम में गड़बड़ी संभव नहीं है। हाल में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था।
आप ने दिल्ली विधानसभा में एक डेमो देकर बताया था कि कैसे एक स्पेशल कोड के जरिए ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत बताते हुए सभी राजनीतिक दलों को खुली चुनौती देने का फैसला किया है। ऐसा करने के पीछे आयोग का मकसद यह बताना है कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि आने वाले चुनावों में ईवीएम की जगह वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि वोटर एक पेपर स्लिप के जरिए यह सुनिश्चित कर सके कि उनका वोट उसी को गया है, जिसे उन्होंने डाला है। चुनाव आयोग ने यह घोषणा सभी पार्टियों के साथ दिनभर की बैठक के बाद लिया। इस बैठक में कई पार्टियों ने वापस पेपर बैलट पर लौटने का सुझाव भी दिया।